दुबई की खूनी रेस को टेक्नोलॉजी ने बदला जीतने वाले ऊंट को 13 करोड़ रु. मिलते हैं अरब देशों के सबसे पुराने फेस्ट मोरीब डून में ऊंटों को दौड़ा रहे रोबोट अबु धाबी | तस्वीरअरब देशों के सबसे पुराने डेजर्ट फेस्टिवल मोरीब डून की है। लिवा डेजर्ट में होने वाला यह फेस्टिवल 9 दिन तक चलता है। इस फेस्ट की ऊंट, घोड़ा और कार रेस काफी चर्चित है। विवादों में रही ऊंट रेस की तस्वीर को टेक्नोलॉजी ने बदल दिया है। मसलन अब ऊंटों की पीठ पर बच्चे नहीं, रोबोट बांधे जाते हैं। बच्चों के रोने की आवाज से ऊंट तेज भागते थे। इस दौरान बच्चे गिरकर जख्मी हो जाते थे। इनकी मौत तक हो जाती थी। 2 से 3 साल के बच्चे पाकिस्तान, सूडान जैसे गरीब देशों से लाए जाते थे। दुनियाभर में विरोध के बाद 2002 में बच्चों के बांधने पर रोक लगी। एक अनुमान के मुताबिक इस काम में 40 हजार बच्चे इस्तेमाल हुए। अब रोबोट जॉकी का काम करते हैं। एक रोबोट 32 हजार रु. का आता है। रोबोट निर्देश देते हैं, चाबुक भी चलाते हैं रिमोटसे संचालित होने वाले ये रोबोट 4 किलो के होते हैं। इनमें 12 वोल्ट की हैंड ड्रिल होती है, जो चाबुक का काम करती है। इसमें ऊंट... आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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