दिल्ली - पूरी खबर

इन्होंने लिया गणना में भाग दिल्ली-एनसीआरके ओखला बर्ड सेंक्चुरी में पक्षियों की प्रजाति और संख्या पिछले वर्ष की तुलना में बढ़ गई है। यहीं नहीं यहां दुर्लभ और विलुप्त हो रहे पक्षियों की इस बार चार नई प्रजातियां भी मिली हैं। एशियन वाटरबर्ड गणना के तहत 27 देशों में पक्षियों की गणना की जा रही है। यह वेटलैंड्स इंटरनेशनल की इंटरनेशनल वॉटर बर्ड गणना का हिस्सा है और एशिया की सबसे बड़ी जल पक्षी गणना है। इस तरह की गणना दिल्ली-एनसीआर में पांच जगह होगी। इस गणना में यूनिवर्सिटी और अलग-अलग संस्थान के 30 सदस्यों ने भाग लिया। इसमें अमेठी यूनिवर्सिटी, दिल्ली यूनिवर्सिटी, गुरू गोविंद सिंह इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी, फारेस्ट रिसर्च इंस्टीट्यूट, वाइल्ड लाइफ इंस्टीट्यूट और इंडिया सहित पक्षियों के जानकारों ने भाग लिया। 63 प्रजातियोंके 11622 पक्षी देखे गए इस बार। 9ऐसीपक्षियों की प्रजाति भी देखी गईं, दुर्लभ और विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी हैं। 53प्रजातियोंके 6183 पक्षी देखे गए थे पिछले साल 5ऐसीपक्षियों की प्रजाति भी देखी गईं, दुर्लभ और विलुप्त होने की कगार पर पहुंच चुकी... आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें

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