प्रचंड बहुमतसे उत्तर प्रदेश की सत्ता में आई भाजपा के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने अपराध रोकने के प्रत्यक्ष इरादे से उत्तर प्रदेश संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम 2017(यूपीकोका) पारित किया है किंतु, विपक्ष ने इसके पीछे राजनीतिक दुर्भावना की आशंका जाहिर की है। कुछ पूर्व पुलिस अधिकारियों का तो कहना है कि पहले से मौजूद गैंगस्टर कानून राज्य के अपराधों को रोकने के लिए पर्याप्त था। समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी की सोच के विपरीत भाजपा यह मानकर चलती है कि उनके पहले की सरकारों ने संगठित अपराधों को बढ़ावा दिया है और उन्हें तभी रोका जा सकता है जब अपराधियों से सख्ती से पेश आया जाए तथा उसके लिए पर्याप्त कानूनी इंतजाम हो। हालांकि, सत्ता में आते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने घोषणा की थी कि वे न्यूनतम नियंत्रण से अधिकतम प्रशासन चलाना चाहते हैं। यही लोकतंत्र का सिद्धांत भी है। इस सोच के विपरीत राजस्थान, छत्तीसगढ़ मध्यप्रदेश, महाराष्ट्र से लेकर उत्तर प्रदेश तक की भाजपा सरकारों को लगता है कि वे कठोर कानूनों के माध्यम से समाज को अपराध और भ्रष्टाचार मुक्त कर देंगी। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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