मुंबई . नए साल के पहले दिन से राज्य में जारी जातीय संघर्ष के बाद बुधवार को बहुजन महासंघ के नेता और संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहब आंबेडकर के पोते प्रकाश आंबेडकर द्वारा बुलाया गया बंद वापस ले लिया गया। 250 से ज्यादा दलित संगठनों के बंद के तहत मुंबई, ठाणे और औरंगाबाद समेत राज्य के कई इलाकों में प्रदर्शन हुए। मुंबई एयरपोर्ट से 12 उड़ानें रद्द करनी पड़ीं और करीब 235 लेट हुईं। - ठाणे में 4 जनवरी तक धारा 144 लगा दी गई। यहां के स्कूल और कॉलेज बंद हैं। पुणे से बारामती और सतारा जिलों को जाने वाली बसें भी बंद कर दी गईं। प्रकाश आंबेडकर ने चेतावनी दी कि कार्रवाई नहीं हुई तो आगे भी आंदोलन करेंगे। - कहा, "हमने गुजरात में ऊना की वारदात सही, ऐसे और कब तक सहते रहेंगे? अगर हमने भीड़ को संभाला नहीं होता तो हिंदू संस्था के कम से कम 500 लोग मारे जाते।' उल्लेखनीय है कि सोमवार को पुणे केपास भीमा-कोरेगांव लड़ाई की 200वीं सालगिरह पर आयोजित कार्यक्रम में दो गुटों की हिंसा में एक शख्स की मौत हो गई थी। इसके बाद हिंसा मुंबई, पुणे, औरंगाबाद, अहमदनगर जैसे 18 शहरों तक फैल गई थी। मृतक के... आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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