हाल ही में दिल्ली में एक निजी अस्पताल में एक नवजात को मृत घोषित कर दिया, जो दरअसल जीवित था पर बाद में सारे प्रयासों के बाद भी उसे बचाया नहीं जा सका। स्वास्थ्य रक्षा का क्षेत्र सामाजिक स्वास्थ्य के लिए बहुत महत्वपूर्ण है लेकिन, आज जर्जर स्थिति में है। यह क्षेत्र निस्वार्थ सेवा की भावना और मानवीयता के बोध पर निर्भर है। इसके लिए नैतिकता का अंतर्निहित अहसास भी होना चाहिए, जो हर डॉक्टर द्वारा ली जाने वाली ‘हिपोक्रेटिक शपथ’ में झलकता है। जब इस वक्त सारे पेशे ही बाजार की ताकतों के शिकार हो गए हैं तो मेडिकल क्षेत्र अपवाद नहीं है। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें
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